
एक समय की बात है…एक लड़का था जो एक अंधी लड़की से सच्चा प्यार करता था।वो लड़की कुछ देख नहीं सकती थी, पर उस लड़के की मोहब्बत को हर पल महसूस करती थी।वो कहती — “तुम मुझसे क्यों प्यार करते हो? मैं कुछ नहीं देख सकती…”पर लड़का बस मुस्कुराता और कहता — “तुम जो हो, वही मेरे लिए सब कुछ हो।”लड़के ने अपने सपनों, मेहनत और पैसों से उसका ऑपरेशन करवाया।अब वो लड़की सब कुछ देख सकती थी — आसमान, फूल, लोग और वो लड़का भी।लेकिन जब उसने देखा कि लड़का खुद अंधा हो गया है,तो उसने कहा — “मैं एक अंधे इंसान के साथ नहीं रह सकती।”लड़का सिर्फ मुस्कुराया और बोला —”मेरी आंखों का ख्याल रखना… वो सिर्फ रोने के लिए नहीं दी थीं…”वो चला गया…अपनी रोशनी देकर अंधेरे में लौट गया…और लड़की?अब सब देख सकती थी,बस जो सबसे खूबसूरत था…वो उसकी आंखों से ओझल हो चुका था।
जिसको आसानी से कोई चीज़ मिल जाए तो उसे उसकी कोई कद्र ही नहीं होती हैं। यहाँ भी उस लड़की जो कि अंधी थीं। उसे बिना संघर्ष के इतना सब मिल गया, उसने अपनी जिन्दगी में पहली बार दुनियाँ देखें थे इसीलिए वह दुनियाँ की चकाचौध से खुद को नहीं रोका। जिसने उसे अपना सब कुछ दे दिया उसे ही छोड़ दिया। इस प्रकार की और भी लव स्टोरी पढ़ों,,💔😭✍️✍️
“कभी प्यार था…”(एक लड़के की टूटी हुई मोहब्बत की आख़िरी पुकार)कड़वा है मगर सच है…एक लड़का ही होता है,जो हर बार टूटकर भी,फिर उसी लड़की की हँसी में जीने की वजह ढूंढता है…जो चुपचाप अपने ज़ख्मों को मुस्कान में छुपाकरबस उसकी खुशी की दुआ करता है।वो लड़का…जो खुद तन्हा रहकर,उसकी हर तन्हाई को अपना लेता है।जो अपने सपनों से पहलेउसकी जरूरतों को रखता है।उसे बस दो मीठे बोल चाहिए होते हैं,थोड़ा सा प्यार… थोड़ा सा एहसास…और फिर वो उस एहसास को अपनी पूरी दुनिया बना लेता है।पर ये दुनिया…ये मोहब्बत…शायद लड़कों के लिए नहीं बनी…या कहूं, “सच्चे दिलों” के लिए नहीं बनी।वो लड़की जिसके लिए उसने अपने दोस्तों से रिश्ता तोड़ लिया,घरवालों की डांट सह ली,रातें जाग जाग कर उसके लिए लिखी,वही लड़की एक दिन कहती है —”अब हम नहीं चल सकते साथ…”कोई वजह नहीं,कोई ग़लती नहीं…बस दिल भर गया…!वो लड़का,जो खुद को मिटाकर किसी के लिए जिया,अब अकेले एक कोने मेंअपने आंसुओं से खुद को धोता है…और हां… फिर भी किसी से कुछ नहीं कहता।कभी किसी पार्क की बेंच पर बैठा,कभी सीलन भरे कमरे में,बस यही सोचता है —”मैं क्या इतना बुरा था?”पर अब कोई जवाब नहीं देता…अब वो WhatsApp का “last seen” नहीं देखता,Instagram की stories नहीं खोलता…बस एक पुरानी तस्वीर मेंवो मुस्कान तलाशता हैजो अब उसकी नहीं रही।और हां, जब वो कहता है —”अब जीने का मन नहीं करता…”तो मजाक मत समझना,क्योंकि टूटे दिल से निकला ये जुमलाबहुत गहरा होता है…