
💔 “एक अधूरी मोहब्बत की सच्ची दास्तान…”
“मेरी शादी हो गई है, परेशान मत करो…”
बस इतना कहकर उसने फोन काट दिया।
शब्द छोटे थे… मगर असर इतना गहरा,
जैसे किसी ने सीने में छुरा घोंप दिया हो।
लड़का चुप था, मगर उसका दिल चीख रहा था।
जिससे वो टूटी सांसों में भी मोहब्बत करता था,
उसी ने आज उसे अपने ही सवालों के साथ अकेला छोड़ दिया।
वो जो कभी हर रोज़ ‘जान’ कहकर बुलाया करती थी,
आज उसे अजनबी कहकर झटक दिया…
वो लड़का दूर देश, दुबई में नौकरी करता था।
हर रोज़ बस एक आवाज़ का इंतज़ार करता —
वो आवाज़ जिसे उसने अपना सब कुछ मान लिया था।
पर अब… अब वो आवाज़ भी खामोश हो चुकी थी।
अब ना कॉल उठता, ना मैसेज का जवाब आता।
बस, सिग्नल की तरह उसकी उम्मीदें भी कटती रहीं।
जब वह लड़का वापस लौट कर आया,
तो उसने जाना —
उसकी शादी नहीं हुई थी।
वो झूठ बोला था…
बल्कि उसने उसका नंबर किसी और लड़के को दे दिया था।
जिसे वो पति समझ बैठा था —
वो तो सिर्फ़ एक बॉयफ्रेंड था…
उस रात, लड़का कमरे की दीवारों से सिर टकराता रहा,
आँखों से बहते आँसू — और दिल से निकलती बस एक ही आवाज़ —
“क्यों किया मेरे साथ ऐसा?”
उसने कभी मोहब्बत में शक नहीं किया,
ना सवाल, ना मांग, ना शर्त…
फिर भी उसके हिस्से में झूठ, धोखा और तन्हाई ही आई।
अब वो लड़का फोन करना छोड़ चुका है,
लेकिन…
हर रोज़ उसकी आंखें किसी पुराने चैट को देखती हैं…
हर रात वो उस नाम को कांपते होंठों से पुकारता है…
लेकिन अब कोई जवाब नहीं आता…
“कुछ रिश्ते सिर्फ़ दुआओं में जिंदा रहते हैं…
और कुछ मोहब्बतें… सिर्फ़ यादों में तड़पती हैं…”
आज वो सिर्फ़ जिंदा है…
क्योंकि मर जाना बहुत आसान होता,
पर तड़प कर जीना —
वो सज़ा सिर्फ़ मोहब्बत में हारने वाले समझते हैं।
🎬 Reel Ending Voiceover Suggestion:
“अगर मोहब्बत सिर्फ़ हँसी-खुशी होती,
तो हर आशिक ज़िंदा होता…
पर मोहब्बत की क़ीमत,
सिर्फ़ वो जानते हैं,
जो किसी के इनकार में भी ‘हाँ’ ढूंढ़ते हैं…😭❤️